यमुनोत्री धाम यात्रा के लिए चाक चौबंद व्यवस्था में जुटा प्रशासन
चारधाम यात्रा प्रारंभ होने में कुछ ही समय शेष है जिसके चलते प्रशासन यात्रा को सुचारू संचालन के लिए चाक चौबंद व्यवस्था में जुटे हुए हैं। उत्तरकाशी जिले के यमुनोत्री धाम में इस वर्ष यात्रा बदली-बदली नजर आएंगी।
यह भी पढ़ें- पहाड़ की मानसी नेगी ने बयां किया दर्द, कहा खुद को साबित किया पर..
खुलेंगे यमुनोत्री धाम के कपाट
बता दें कि अक्षय तृतीया (22 अप्रैल) से यमुनोत्री धाम के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खुल जाएंगे। यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं को कोई परेशानियों का सामना ना करना पड़े इसके लिए प्रशासन ने कमर कस ली है। इसके अतिरिक्त बिना पंजीकरण के घोड़े-खच्चर, डण्डी कण्डी संचालकों को यात्रा मार्ग आने पर प्रतिबन्ध रहेगा, जबकि इस साल प्रीपेड व्यवस्था की कार्य योजना विभाग ने बना ली है। इसके अलावा प्रशासन ने खाली प्लास्टिक बोतलों को जमा करने वालों को प्रशासन ने पैसा देने का ऐलान किया है।
यमुनोत्री धाम यात्रा
बीते वर्ष यमुनोत्री धाम में काफी श्रद्धालुओं ने दर्शन किए थे। ऐसे में इस साल भी यात्रा में भारी संख्या में श्रद्वालुओं के आने की सम्भावना लगाई जा रही है। इस बार यात्रियों की भीड़ को देखते हुए घोड़े खच्चरों का मुख्य पड़ाव फूल चट्टी में रहेगा। सभी घोड़ों को यात्रियों की डिमान्ड पर जानकीचट्टी बुलाया जायेगा।
विभागों को निर्देश
उपजिलाधिकारी जितेन्द्र कुमार ने बताया एनएच, लोनिवि, पेयजल, विघुत, जिला पंचायत सहित तमाम विभागों को यात्रा व्यवस्था चाक चौबन्द किये जाने के निर्देश दिये गये है। यमुनोत्री नेशनल हाईवे पर जानकीचट्टी तक डामरीकरण, यमुनोत्री धाम का पैदल मार्ग चुस्त दुरूस्त करने, पैदल मार्ग पर पेयजल एंव विघुत व्यवस्था रखने आदी को कहा गया है।
पंजीकरण अनिवार्य
पुलिस उपाधिक्षक सुरेन्द्र सिंह भण्डारी ने बताया कि समस्त घोड़े खच्चरो का यात्रा से पूर्व बीमा एंव पंजीकरण कराना अनिर्वाय होगा। रोस्टर के तहत यात्रियों को लाने छोड़ने का कार्य किया जायेगा। उन्होने बताया कि घोड़ा खच्चर डण्डी कण्डी के शुल्क की व्यवस्था प्रीपेड़ द्वारा की जायेगी और घोड़ा खच्चर का मुख्य पड़ाव फूलचट्टी में किया गया है। जहां पर संचालकों को रहने हेतु निशुल्क जगह उपलब्ध करायी जायेगी साथ ही बिजली पानी एंव शौचालय की व्यवस्था रहेगी।
कटेगा जुर्माना
उन्होने बताया कि घोड़ा खच्चर की प्रीपेड़ व्यवस्था जानकीचट्टी में पटवारी चौकी के समीप से संचालित होगी, जहां पर जिला पंचायत का प्रीपेड़ कांउटर एंव 1000 घोड़ो के बाड़े की व्यवस्था जिला पंचायत द्वारा की जायेगी। जिन घोड़ों का नम्बर यात्रा के लिए आयेगा वे सभी बाड़े में ही रहेगें, यदि कोई घोड़ा अन्यत्र पार्किंग व सवारी लेते हुए पकड़ा गया तो प्रथम बार एक हजार रू. का जुर्माना व द्वितीय बार पकड़े जाने पर उसका रजिस्ट्रेशन रद्द कर दिया जायेगा।
घोड़े का शुल्क जमा कराना अनिवार्य
प्रीपेड़ काउंटर पर यात्री घोड़े का शुल्क जमा करेगा, जिसकी प्राप्ती रसीद की एक प्रति घोड़ा संचालक व एक प्रति यात्री को दी जायेगी यात्रा सम्पन्न कराने के पश्चात घोड़ा संचालक व यात्री की पर्ची वापस जमा करने पर प्रीपेड़ कांउटर से तय रूपये दिये जायेगे। घोड़ा खच्चर जाते समय वन विभाग डायवर्जन मार्ग से यमुनोत्री धाम जायेगे और वापसी भैरव मन्दिर से होते हुए आयेगे।
इस बार घोड़े संचालकों को जैकेट दिया जायेगा जो प्रीपेड़ काउंटर पर वापसी में जमा करना होगा। बैठक में सड़क, पैदल मार्ग, पेयजल, विघुत, स्वास्थ्य विभाग, जिला पंचायत एंव यमुनोत्री धाम में मन्दिर समिति के कार्यो को लेकर चर्चा की गयी।
इस मौके पर उपजिलाधिकारी जितेन्द्र कुमार , पुलिस उपाधिक्षक सुरेन्द्र सिंह भण्डारी , एसएचओ गजेन्द्र बहुगुणा,तहसीलदार धनीराम डंगवाल, जिला पंचायत एएमए एम एस राणा सहित यात्रा से जुड़े अधिकारी मौजूद थे।
